(A) मुख्य संरक्षक मंडल (Supreme Advisory Council)
चारों शंकराचार्य (शृंगेरी, द्वारका, पुरी, ज्योतिर्मठ) मुख्य संरक्षक हो सकते हैं ।
इनके मार्गदर्शन में धर्म और संस्कृति से जुड़े प्रमुख निर्णय लिए जाएंगे।
किसी भी विवादित मुद्दे पर निर्णय लेने में यह मंडल सर्वोच्च होगा।
(B) विशिष्ट संरक्षक मंडल (Special Advisory Board)
सभी महामंडलेश्वर, प्रमुख मठाधीश, अखाड़ों के प्रमुख, ज्योतिषपीठ के विद्वान, वरिष्ठ संत-महात्मा इस मंडल में रहेंगे।
इनका कार्य धर्म और समाज से जुड़े विषयों पर मार्गदर्शन देना होगा।
(C) राष्ट्रीय संचालन समिति (National Executive Committee)
राष्ट्रीय स्तर पर 25-50 सदस्यीय समिति होगी।
समिति में धर्मगुरु, शिक्षाविद, समाजसेवी, वैज्ञानिक, सनातन संस्कृति के जानकार लोग शामिल होंगे।
इसका कार्य पूरे देश में सनातन बोर्ड की नीतियों का पालन सुनिश्चित करना होगा।
(D) राज्य संचालन समिति (State Executive Committee)
प्रत्येक राज्य में 15-25 सदस्यीय समिति होगी।
यह समिति राज्य स्तर पर सनातन बोर्ड की गतिविधियों को संचालित करेगी।
(E) जिला संचालन समिति (District Executive Committee)
प्रत्येक जिले में 20-30 सदस्यीय समिति होगी।
यह समिति जिले में सनातन धर्म से जुड़े कार्यों, मंदिरों, गुरुकुलों, आश्रमों आदि का प्रबंधन करेगी।
(F) उप-जिला (तहसील) स्तर समिति (Sub-District Committee)
प्रत्येक उप-जिले या तहसील में 20-30 सदस्यीय समिति होगी।
यह समिति स्थानीय स्तर पर धार्मिक गतिविधियों का संचालन करेगी।
(G) अंतरराष्ट्रीय संचालन समिति (International Executive Committee)
विश्व के प्रमुख देशों (जैसे अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, मॉरीशस आदि) में सनातन धर्म से जुड़े विद्वानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को मिलाकर 15-30 सदस्यीय समिति बनाई जाएगी।
यह समिति वहां रहने वाले भारतीय मूल के सनातनी लोगों को धर्म और संस्कृति से जोड़ने का कार्य करेगी।