(A) फंडिंग एवं आय के स्रोत
दान एवं आर्थिक सहयोग – सार्वजनिक, धार्मिक संगठनों, भक्तों और भक्तिपूर्ण ट्रस्टों से।
कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंडिंग – कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले धर्मार्थ अनुदान।
मेंबरशिप फीस – सनातन बोर्ड के सदस्य बनने वालों से न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा।
प्रकाशन एवं ऑनलाइन शिक्षा – धर्मशास्त्रों, पुस्तकों, डिजिटल कोर्स आदि की बिक्री से।
धार्मिक संस्थानों एवं मंदिरों का सहयोग – विभिन्न धार्मिक संगठनों द्वारा दिए गए योगदान से।
गौशालाओं, आयुर्वेदिक केंद्रों, गुरुकुलों से आय – जैविक उत्पाद, औषधि, आध्यात्मिक पर्यटन आदि के माध्यम से।
(B) बैंक खाता संचालन एवं वित्तीय पारदर्शिता
राष्ट्रीय, राज्य, जिला और उप-जिला स्तर पर बैंक खाते
सनातन बोर्ड का एक मुख्य बैंक खाता होगा, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर नियंत्रित किया जाएगा।
प्रत्येक राज्य, जिले और उप-जिले में एक अलग बैंक खाता होगा, जो राष्ट्रीय खाते से जुड़ा रहेगा।
खाते का संचालन कौन करेगा?
राष्ट्रीय स्तर पर: अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष मिलकर।
राज्य स्तर पर: राज्य अध्यक्ष, राज्य महासचिव और राज्य कोषाध्यक्ष मिलकर।
जिला स्तर पर: जिला अध्यक्ष, जिला महासचिव और जिला कोषाध्यक्ष मिलकर।
उप-जिला स्तर पर: तहसील अध्यक्ष और तहसील कोषाध्यक्ष मिलकर।
ऑडिट एवं वित्तीय पारदर्शिता
हर तीन माह में वित्तीय रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी।
वार्षिक ऑडिट अनिवार्य रूप से किया जाएगा।
डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
खर्च एवं बजट निर्धारण
प्रत्येक गतिविधि के लिए बजट निर्धारित होगा (जैसे शिक्षा, मंदिर प्रबंधन, सामाजिक कार्य आदि)।
किसी भी बड़े खर्चे को न्यासी मंडल की स्वीकृति लेनी होगी।